थकान में आराम के नियम
अक्सर आप थकान में उल्टे सीधे लेट जाते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि इससे आपके शरीर में तमाम दिक्कतें पैदा हो सकती हैं ?
दिनभर काम निपटाने के बाद आप सीधे पलंग पर बैठ कर अपनी पसंद का टीवी सीरियल या फिर मोबाइल चलाने लग जाते हैं अधिकांश समय आप की पोजीशन पेट के बल लेटने की हो जाती है और ऐसी स्थिति में 2 से 3 घंटे बिता देते हैं हाल ही में हुए अध्ययन में पाया गया कि 15% लोग घर में लैपटॉप पर काम करते हुए पेट के बल लेट कर काम करते हैं इससे अनिद्रा और पाचन शक्ति प्रभावित होने के साथ साथ गर्दन और कमर पर भी प्रभाव पड़ता है
सही मायने में बेड पर लेट कर , बैठ कर लैपटॉप या मोबाइल पर काम नहीं करना चाहिए यदि बहुत आवश्यक हो तो इसके लिए 4 तकिए का प्रयोग करें एक कमर के पीछे सपोर्ट देने के लिए दो तकिए दोनों घुटनों के नीचे और एक तकिए पर लैपटॉप रखना चाहिए बावजूद इसके यदि आप वर्किंग स्टेशन यानी कुर्सी मेज पर काम नहीं कर रही हैं क्या कर रहे हैं तो आपको 40 से 50 मिनट के बीच पोजीशन को बदलते रहना चाहिए जल्दी थकान नहीं होगी और काम करने में एकाग्रता भी बनी रहेगी
उल्टा लेटना ,अपच को दावत :
कभी आपने सोचा है कि पौष्टिक भोजन करने के बाद भी आपको एसिडिटी और अपच की शिकायत क्यों होती है इसकी एक वजह आपके काम करने की गलत पोजीशन भी हो सकती है खासकर जब काम करते समय सारा दबाव पेट पर डालते हैं तो पाचन प्रणाली पर प्रभाव पड़ता है साधारण ग्रास नली से होकर आमा तक पहुंचने वाले भोजन की इस प्रक्रिया में पैदा हो जाते हैं ऐसी स्थिति में भोजन आहार नली में जाता है और पाचन प्रणाली गड़बड़ हो जाती है
रीड की हड्डी पर दबाव :
रीड की हड्डी हमारे नर्वस सिस्टम को संरक्षित रखती है जिससे हमारी सभी क्रियाएं नियंत्रित होती हैं पेट के बल लेटने की स्थिति में कमरिया दिल की अधिक से अधिक मुक्त होता है यह कमर में अकड़न को बढ़ाती है कमर और गर्दन ही शरीर का वह हिस्सा होते हैं जो हमारी विभिन्न तरह की गतिविधियों के दौरान भी सीधी ही रहती हैं यदि आपको लंबे समय तक बैठकर काम करने की टीचर रहा है तब भी आपको ऐसे व्यायाम करने चाहिए जिनमें कमर में लचीलापन बना रहे इसके विपरीत पेट के बल लेटने स अधिक दबाव पड़ता है
गर्दन के लिए हानिकारक :
लैपटॉप पर काम करने वाले अधिकांश लोग सर्वाइकल की परेशानी के शिकार होते हैं इसकी वजह भी काम करने की गलत पोजीशन को ही माना गया है चिकित्सक लेट कर लैपटॉप पर काम करने या मोबाइल स्क्रीन को देखने को बिल्कुल जी सही नहीं मानते हैं यह गर्दन में खिंचाव पैदा कर मांग शिष्यों को सख्त बना देता है इससे बचने के लिए चिकित्सकों की सलाह पर रखने पर तीन स्टेशन या काम करने की जगह में बदलाव करना चाहिए हम में से अधिकांश लोग इस परेशानी का सामना करने के बाद बदलाव को अपनाते हैं
श्वसन प्रणाली ने अवरोध :
सीधे खड़े होने पर शरीर के सभी अंगों रूप से काम करते हैं लेकिन पेट के बल लेटने पर ठीक उल्टा असर पड़ता है आहार नली में अवरोध भोजन से पसलियों पर दबाव पड़ता है फेफड़ों तक सुधारा नहीं पहुंच पाती उन्हें ध्वनि गति से काम करना पड़ता है लंबे समय तक इस अवस्था में काम करने की आदत से दम घुटने और सांस लेने में तकलीफ की समस्या भी हो सकती है या फिर कमजोर करती हैं और लंबे समय से पहले क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी डिजीज और अस्थमा जैसी समस्या हो सकती है
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