संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य

संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nation)//संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य//राष्ट्र संघ की स्थापना

संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य ,संयुक्त राष्ट्र संघ की भाषाएं, संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्य
संयुक्त राष्ट्र संघ 


संयुक्त राष्ट्र अथवा यूनाइटेड नेशन का नाम अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट द्वारा प्रदान किया गया था ,संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 ईस्वी को हुई संयुक्त राष्ट्र की रूपरेखा का निर्माण करने के लिए बड़े राष्ट्रों के प्रतिनिधियों का सम्मेलन 21 अगस्त 1944 ईस्वी को वाशिंगटन के डंबा टर्न ऑफ भवन में आयोजित किया गया जो 7 अक्टूबर 1944 ईस्वी तक चला तत्कालीन सोवियत रूस के क्रीमिया प्रदेश में 4 फरवरी 1944 को ब्रिटिश प्रधानमंत्री चंचल सोवियत राष्ट्रपति स्टालिन तथा अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट का एक शिखर सम्मेलन हुआ जिसमें सुरक्षा परिषद में मतदान प्रणाली पर निर्णय लिया गया

राष्ट्र संघ की स्थापना :

राष्ट्र संघ की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को हुई संयुक्त राष्ट्र संघ के संस्थापक सदस्य देशों की संख्या 51 थी 26 जून 1945 को अधिकार पत्र पर केवल 50 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए बाद में इस पर हस्ताक्षर कर पोलैंड 51 व संस्थापक देश बना था वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों की संख्या 193 है

संयुक्त राष्ट्र संघ का उद्देश्य :

 संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य उद्देश्य विश्व के सभी देशों में व्याप्त एक दूसरे के प्रति आपसी कलह को मिटा कर उनके बीच शांति स्थापित करना और उन्हें युद्ध से रोकना है संयुक्त राष्ट्र संघ ने पिछले कई वर्षों में विभिन्न देशों के मध्य होने वाले विशालकाय युद्धों को रोका है और शांति स्थापित की है संयुक्त राष्ट्र संघ का महत्वपूर्ण कार्य किसी भी तरह सदी के समय उस देश की सुरक्षा और प्रभुसत्ता को बनाए रखने के लिए अन्य देशों से मदद पहुंचाना भी है कोरोना से मेडिकल इमरजेंसी में संयुक्त राष्ट्र संघ ने कई देशों की मदद करके यह सिद्ध किया है संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य उद्देश्य मानव विकास सभ्यता और शांति को स्थापित करना है

संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय :

संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर में स्थित है इसका भवन 17 एकड़ जमीन पर 39 मंजिल का है जो मैनहैटन द्वीप में बना है यह 17 एकड़ भूमि जॉन डी रॉकफेलर ने दान में दी थी इसी में इसका सचिवालय स्थित है संघ का मुख्य कार्यालय सन 1952 ईस्वी में बनकर तैयार हुआ यहां इनकी महासभा की प्रथम बैठक अक्टूबर 1952 ईस्वी में आयोजित की गई 

संयुक्त राष्ट्र संघ की भाषाएं :

संयुक्त राष्ट्र संघ में कार्य करने वाली भाषाएं दो है अंग्रेजी और फ्रेंच एवं अन्य भाषाएं राष्ट्र संघ की मान्यता प्राप्त है वह रशियन अरबी तथा स्पेनिश हैं

संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग :

संयुक्त राष्ट्र संघ के 6 अंग हैं :-

  1. महासभा 
  2. सुरक्षा परिषद 
  3. आर्थिक एवं सामाजिक परिषद
  4.  प्रन्यास परिषद 
  5. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय 
  6. सचिवालय

  

संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा :

इसमें सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि सम्मिलित होते हैं इसलिए इसे विश्व की लघु संसद भी कहा जाता है प्रत्येक दें इसमें 5 प्रतिनिधि भेज सकता है परंतु उसका वोट सिर्फ एक ही होता है महत्वपूर्ण प्रश्न जैसे शांति एवं सुरक्षा से जुड़े थे नए सदस्यों को प्रवेश और बजट निर्णय के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती है महासभा का नियमित सत्र हर साल सितंबर माह के तीसरे मंगलवार को शुरू होकर दिसंबर के मध्य तक चलता है प्रत्येक नियमित सत्र की शुरुआत पर महासभा एक नए अध्यक्ष 21 उपाध्यक्ष और महासभा की साथ मुख्य समितियों के अध्यक्षों का चुनाव करती है नियमित सत्र के अलावा महासभा की सुरक्षा परिषद के आग्रह पर विशेष सत्र आयोजित किए जा सकते हैं सुरक्षा परिषद की संस्तुति पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश नए देशों की सदस्यता महासचिव की नियुक्ति राष्ट्र संघ का बजट पारित करना आदि महासभा के कार्य हैं

 संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद : 

यह संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य अंग हैऔर एक प्रकार से कार्यपालिका है संयुक्त राष्ट्र संघ घोषणा पत्र के अनुसार अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना सुरक्षा परिषद की मुख्य जिम्मेदारी है इसी कारणवश 1 मुहावरे के रूप में इसे दुनिया की पुलिस में भी कहा गया है इसमें 15 सदस्य हैं जिनमें पांच स्थाई सदस्य और 10 अस्थाई सदस्य हैं पांच स्थाई सदस्य अमेरिका रूस ब्रिटेन फ्रांस और चीन है अस्थाई सदस्यों का निर्वाचन महासभा अपने दो तिहाई बहुमत से 2 वर्षों के लिए करती है सुरक्षा परिषद के प्रत्येक सदस्य का एक वक्त होता है प्रक्रिया संबंधी मामलों में निर्णय के लिए 15 से 9 सदस्यों द्वारा सकारात्मक मतदान आवश्यक होता है जिस में पांचों स्थाई सदस्य देशों का सकारात्मक आवश्यक होता है

आर्थिक एवं सामाजिक परिषद :

वर्तमान में आर्थिक एवं सामाजिक परिषद की सदस्य संख्या 54 हैं प्रारंभ में सदस्य संख्या 18 थी 1966 में संशोधन के बाद सदस्यों की संख्या 27 कर दी गई 24 सितंबर 1973 दी गई थी के बाद संशोधन के बाद इसकी सदस्य संख्या 54 कर दी गई इसके सदस्यों का कार्यकाल 3 वर्ष का होता है यह एक स्थाई संस्था है परंतु इसके एक तिहाई सदस्य प्रतिवर्ष मुक्त होते हैं परंतु अवकाश ग्रहण करने वाला सदस्य निर्वाचित हो सकता है परिषद में प्रत्येक सदस्य राज्य का एक ही प्रतिनिधि होता है जिसमें साधारण बहुमत से होता है आर्थिक एवं सामाजिक परिषद की बैठक में दो बार होती हैं अप्रैल में जुलाई में जिनेवा में

संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रन्यास परिषद :

 संयुक्त राष्ट्र संघ के राष्ट्र संघ की मेरिट व्यवस्था के स्थान पर न्यास पद्धति को ग्रहण किया और उसके संचालन के लिए न्यास समिति का निर्णय किया न्यास पद्धति का मूल सिद्धांत यह है कि इस समय कुछ बिछड़े हुए अल्पविकसित और आदिम दशा वाले प्रदेशों के इस योग्य नहीं है कि वह अपने देश का शासन स्वयं कर सके उन्हें दूसरे विकसित देश की सहायता अपेक्षित है विकसित देशों का यह दायित्व है कि वे अपने साथ-साथ उनके विकास में पूरी सहायता दे और जब तक यह अपना शासन करने में समर्थ नहीं हो जाते तब तक इनकी सहायता करें और उनका देखभाल करें इनका अपने स्वार्थ के लिए शोषण ना करें जिन रास्तों को न्यास का भार सौंपा गया है वे राष्ट्र हैं ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड अमेरिका और ब्रिटेन

संयुक्त राष्ट्र संघ का सचिवालय :

सचिवालय का प्रमुख महासचिव होता है जिसे महासभा द्वारा सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर 5 वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त किया जाता है सचिवालय महासचिव को दोबारा भी नियुक्त किया जा सकता है घोषणा पत्र के अनुसार महासचिव संगठन का मुख्य प्रशासनिक अधिकारी होता है 1 जनवरी 2007 में दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री बान की मून संयुक्त राष्ट्र संघ के नए महासचिव हैं

संयुक्त राष्ट्र संघ का अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय :

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना नीदरलैंड में 3 अप्रैल 1986 को की गई थी अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की समिति में 5 अध्याय तथा 70 अनुच्छेद हैं इस में न्यायाधीशों की संख्या 15 रखी गई है इनकी नियुक्ति 9 वर्षों के लिए होती है प्रत्येक 3 वर्ष बाद पांच न्यायाधीश अवकाश ग्रहण करते हैं कोई भी दो न्यायाधीश एक ही देश के नहीं हो सकते हैं नया देश अपने में से ही एक अध्यक्ष तथा एक उपाध्यक्ष को 3 वर्ष के लिए चुनते हैं

 संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्वज : .

संयुक्त राष्ट्र संघ के ध्वज की पृष्ठभूमि हल्की नीली है और उस पर श्वेत रंग से राष्ट्र संघ का प्रतीक बना है या प्रतीक है दो जैतून की वक्राकार शाखाएं जो ऊपर से खुली है और उनके बीच विश्व का मानचित्र बना है