शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है – शिक्षक दिवस 2021

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका Hindiwavs में, हम हो या आप सभी के जीवन में गुरु की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। क्योंकि वह शिक्षक ही होता है जो हमें जीवन में सफलताओं से रूबरू करवाता है लेकिन क्या जानते हैं कि शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?यदि नहीं जानते तो कोई बात नहीं आज के इस लेख में हम शिक्षक दिवस 2021(Teachers Day) के बारे में ही बात करने वाले हैं।

एक शिक्षक का सभी के जीवन में एक महत्वपूर्ण योगदान होता है गुरु के बिना एक छात्र का जीवन अधूरा रहता है। किसी भी बच्चे का पहला गुरु उसके माता-पिता होते हैं लेकिन वह शिक्षक ही होता है जो उस बच्चे को जीवन जीने का तरीका सिखाता है। और उसे जीवन में आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार करता है।

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शिक्षक दिवस के अवसर पर आज के इस लेख शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है में हम शिक्षक दिवस कब है, शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है, शिक्षक दिवस का महत्व, शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है, शिक्षक दिवस पर भाषण तथा अन्य देशों में शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है के बारे में बात करने वाले हैं।

Table of contents:

1-शिक्षक दिवस कब है

2-शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है

3-शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है

4-शिक्षक दिवस का महत्व

5-शिक्षक दिवस का इतिहास

6-शिक्षक दिवस पर भाषण

7-शिक्षक दिवस पर बधाई संदेश

8-शिक्षक दिवस अन्य देशों में कब मनाया जाता है

शिक्षक दिवस कब है

पहले की तरह ही इस वर्ष साल 2021 में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाएगा। शिक्षक दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य छात्रों द्वारा गुरुओं को उनके अमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित करना है अब सवाल आता है कि शिक्षक दिवस पहली बार कब मनाया गया तो इसका उत्तर है‌। शिक्षक दिवस कब प्रारंभ भारत में 1962 से हुआ यानी भारत में पहली बार 5 सितंबर 1962 को शिक्षक दिवस मनाया गया था तब से लेकर आज तक शिक्षक दिवस का आयोजन लगातार किया जाता रहा है। चलिए जानते हैं शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है

शिक्षक दिवस हर साल सितंबर महीने की 5 तारीख को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है, जो कि भारत के पहले उपराष्ट्रपति दूसरे राष्ट्रपति और एक तेजवान शिक्षक थे। इन्होंने अपने जीवन के 40 वर्षों से अधिक समय को शिक्षण में समर्पित किया। वास्तव में शिक्षक का स्थान हमारे जीवन में माता पिता के बाद सबसे पहला है गुरु की प्रासंगिकता को लेकर सत्य ही कहा गया है- 

गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरा।

गुरु साक्षात परम ब्रम्ह तस्मै श्री गुरुवे नमः।।

स्वतंत्र स्वतंत्र भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु राज्य के तिरूतनी नामक गांव के एक गरीब परिवार में हुआ था। प्रारंभ से ही शिक्षा के क्षेत्र में इनकी अत्यंत रूचि थी इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तिरुवल्लूर से पूरी की जिसके बाद इन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से पूरी की। शिक्षा के क्षेत्र में अधिक लगाव होने के कारण यह अपनी पढ़ाई को लगातार आगे बढ़ाते गए और इन्होंने दर्शनशास्त्र में m.a. किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने मद्रास रेजीडेंसी कॉलेज में सहायक अध्यापक के तौर पर पढ़ाना शुरू किया।

शिक्षक दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य छात्रों द्वारा अपने अध्यापकों के प्रति सम्मान की भावना प्रकट करना है इस दिन का सभी अध्यापकों और बच्चों को बेसब्री से इंतजार होता है क्योंकि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को विभिन्न प्रकार से पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है और बच्चों द्वारा अनेकों गतिविधियां शिक्षकों के सम्मान में की जाती हैं जैसे -भाषण प्रतियोगिता, लेखन प्रतियोगिता।

शिक्षक दिवस का महत्व

शिक्षा का हमारे जीवन में अमूल्य योगदान होता है क्योंकि बिना शिक्षक के मार्गदर्शन के हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं कर सकते वह टीचर ही होता है जो खुद तो अपनी समस्याओं, परेशानियों को झेलता रहता है लेकिन वह आपको जीवन में अग्रसर रहने के लिए प्रेरित करता रहता है। शिक्षक और शिक्षक दिवस के महत्व को हम रामायण और अन्य दार्शनिक ग्रंथों में लिखी हुई पंक्तियों से समझ सकते हैं।

बाबा गोस्वामी तुलसीदास जी ने गुरु की महानता का बखान करते हुए रामचरितमानस में लिखा है-

गुरु पितु मातु स्वामी हित बानी।

सुन मन मुदित करिउ भली जानी।।

गुरु का स्थान हमारे जीवन में आज के युग में ही अमूल्य नहीं है बल्कि शास्त्रों पुराणों में भी गुरु की महत्ता का जिक्र किया गया है गुरु की प्रतिष्ठा का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के सुंदरकांड की शुरुआत गुरु की बखानता से ही होती है-

बंदउ गुरु पद पदुम परागा

सुरुचि सुभाष सरस अनुरागा।

अमिय मूरिमय चूरन-चारू

समन सकल भव रजु परुवारू।।

शिक्षक दिवस के दिन विद्यालयों महाविद्यालयों कोचिंग संस्थानों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमें छात्रों द्वारा अपने गुरुओं के प्रति प्रस्तुति दी जाती है और छात्रों द्वारा विभिन्न प्रकार के आयोजन गुरुओं के सम्मान के जाते हैं शिक्षक दिवस के दिन सरकार द्वारा शिक्षकों को उनके अमूल्य योगदान के लिए विभिन्न प्रकार के पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

शिक्षक दिवस का इतिहास

जैसा कि हमने आपको बताया कि शिक्षक दिवस भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है लेकिन बात यह आती है कि आखिर शिक्षक दिवस को 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है या शिक्षक दिवस का प्रारंभ कब हुआ इसका जवाब इस प्रकार है एक बार डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को बच्चों द्वारा और उनके मित्रों द्वारा उनके जन्म दिवस को मनाने के लिए अनुरोध किया गया जिसके बाद राधाकृष्णन जी ने कहा कि यदि आप लोग हमारे जन्मदिवस को मनाना ही चाहते हैं तो इसे शिक्षक दिवस के रूप में बनाएं और तब से लेकर आज तक डॉ राधाकृष्णन के जन्म को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है भारत में पहली बार अध्यापक दिवस को 5 सितंबर 1962 में मनाया गया।

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने लगभग 40 वर्षों से अधिक समय तक अध्यापन कार्य किया और उसके बाद उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में अपने कदम रखे और अपना परचम लहराते चले गए उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों में भी अहम भूमिका निभाई जिसके बाद डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन स्वतंत्र भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति बने और बाद में उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में भी कार्यभार संभाला शिक्षा के क्षेत्र में उनके अमूल्य सर्वोपरि योगदान पर भारत सरकार ने इन्हें लगभग 27 बार भारत रत्न के लिए नामित किया और उन्हें पद्म भूषण की उपाधि से सुशोभित किया।

शिक्षक दिवस को कैसे मनाया जाता है

भारत में शिक्षक दिवस को बहुत ही उत्साह और रोमांचक के साथ मनाया जाता है इस दिन बच्चों द्वारा अपने टीचरों को सम्मान देने के लिए और उनके प्रति आदर भाव प्रकट करने के लिए विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं इस दिन स्कूलों कॉलेजों में शिक्षण कार्य नहीं होता है बल्कि विद्यालय और कक्षाओं को सजाया जाता है तथा छात्रों द्वारा अपने अध्यापकों को विभिन्न प्रकार के गिफ्ट भी दिए जाते हैं तथा विद्यालय स्तर पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं और सम्मान समारोह आयोजित होते हैं जिनमें अध्यापकों को उनके सम्माननीय कार्य के लिए पुरस्कृत किया जाता है शिक्षक दिवस के अवसर पर ही राष्ट्रीय स्तर पर भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमें भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी सहभागिता देते हैं और इस दिन राष्ट्रीय स्तर पर भी अध्यापकों को विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

शिक्षक दिवस पर भाषण

स्कूलों में शिक्षक दिवस के अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमें छात्रों द्वारा शिक्षकों के लिए भाषण दिए जाते हैं जिससे शिक्षक दिवस के प्रति और अपने शिक्षकों के प्रति छात्रों में श्रद्धा भाव उत्पन्न होता है शिक्षक दिवस पर भाषण यदि आप देना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें क्योंकि इसमें शिक्षक दिवस से संबंधित सभी जानकारियों का समावेश किया गया है अगर आप इन जानकारियों को क्रमबद्ध तरीके से अपने स्कूल में विद्यालय में बोलते हैं तो आप अपने शिक्षकों के मन में जरूर एक अहम स्थान बना पाएंगे और उन्हें प्रसन्न कर पाएंगे।

शिक्षक दिवस पर बधाई संदेश

शिक्षक दिवस पर बधाई संदेश देने के लिए आप ऊपर बताई गई पंक्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं और उनके नीचे अपने नाम के साथ एक शॉर्ट नोट बनाकर या लिख कर अपनी सोशल मीडिया या अपने अध्यापकों को समर्पित कर सकते हैं इसके अलावा हमने अपने दूसरे लेख में शिक्षक दिवस पर बधाई संदेश के विभिन्न पंक्तियों और तरीकों के बारे में बताया है।

अन्य देशों में शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है

जैसा कि हमने आपको बताया कि 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है तो अब आप सोच रहे होंगे कि सभी देशों में या 5 सितंबर को ही मनाया जाता है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है सभी देशों में अलग-अलग तिथि को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस यानी विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है इस दिन कई देशों में इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाता है तथा कुछ देशों में सरकारी छुट्टी भी रहती है चीन में शिक्षक दिवस को 10 सितंबर को मनाया जाता हैऔर थाईलैंड में शिक्षक दिवस को 10 जनवरी को मनाया जाता है जबकि अमेरिका में शिक्षक दिवस मई के प्रथम सप्ताह में पूरे सप्ताह मनाया जाता है।

F.A.Q

Q. शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?

Ans. भारत में शिक्षक दिवस प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है।

Q. शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?

Ans. शिक्षक दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य अपने गुरुओं या शिक्षकों के प्रति सम्मान भावना प्रकट करना है।

Q. भारत में शिक्षक दिवस पहली बार कब मनाया गया?

Ans. प्रारंभ में अध्यापक दिवस 5 सितंबर1962 में मनाया गया था।

Q.विश्व शिक्षक दिवस कब मनाया जाता

Ans.विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस लेख में हमने शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है के बारे में जाना इसके साथ ही साथ हमने अन्य विभिन्न शिक्षक दिवस से संबंधित विषयों पर बात की उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा यदि इस लेख में आपको तनिक भी इंफॉर्मेशन जानकारी मिली है तब इसे आप अपने सहपाठियों के साथ जरूर शेयर करें जिससे उन्हें भी शिक्षक दिवस के बारे में जानकारी मिल सके।